ख़ुश हूँ आज पर ख़ुशी का कोई कारण नहीं है;
दिल नाच रहा है पर नाचने का कोई कारण नहीं है;
कोई सुनेगा तो मुझे दीवाना बोलेगा;
आलम तो दीवानगी का ही है पर
इस दीवानगी का भी कोई कारण नहीं है!