तेज़ भागने की आदत ने चलना भुला दिया
तेज़ भागने की आदत ने चलना भुला दिया
मन में बसी इस चिन्ता ने गुनगुनाना भुला दिया
बच्चों का खेलना लगता है शोर सा
बारिश में न नाचे है अब दिल मोर सा
जीवन जीने का कारण हो गया है कुछ और सा
पहले आइने में देख पाता था ख़ुद को
अब आईने में दिखता हूँ मैं किसी और सा ।